भारत-नेपाल सीमा पर मधवापुर में एसएसबी व पुलिस ने बस में छापेमारी कर 47 लाख नौ हजार रुपये के साथ दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। रुपये दरभंगा से मधवापुर लाये जा रहे थे। दोनों आरोपी सुनील ठाकुर और संजय ठाकुर मधवापुर के रहनेवाले हैं। पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है। मधवापुर एसएसबी कैंप में डीएसपी अमित कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पूर्व सूचना के आधार पर पुलिस और एसएसबी ने रविवार सुबह संयुक्त रूप से बस को रोककर यह कार्रवाई की। सारे रुपये जब्त कर दोनों से आरोपियों से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि मधवापुर में जिनके लिए रुपये लाये जा रहे थे, उन्हें नोटिस भेजकर मामले में पूछताछ की जाएगी। डीएसपी ने कहा कि फिलहाल उनका नाम गोपनीय रखा जा रहा है। आरोपियों ने तत्काल बरामद रुपयों के संबंध में कोई कागजात नहीं दिखाये हैं। थानाध्यक्ष पंकज कुमार चौधरी ने बताया कि बरामद रुपये को सरकारी कोषागार में भेजने की प्रक्रिया चल रही है। वरीय पदाधिकारी के आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रेसवार्ता में डीएसपी और थानाध्यक्ष के साथ बीडीओ मनोज कुमार मुर्मू, इंस्पेक्टर नीरज कुमार वर्मा व एसएसबी के पदाधिकारी मौजूद थे। 47 लाख रुपये का मालिक कौन, उठ रहा बड़ा सवाल आखिर बॉर्डर पर जब्त 47 लाख रुपये लेने वाला कौन था? यह चर्चा का विषय इलाके में बना हुआ है। इतनी मोटी रकम के साथ पकड़े गये आरोपियों द्वारा रुपयों के मालिक का नाम तो बताया गया। लेकिन, उसे सार्वजनिक करने से तत्काल पुलिस परहेज कर रही है। डीएसपी अमित कुमार का कहना है कि दोनों आरोपी रुपये लेकर जिसे देने के लिए जा रहे थे, उसका नाम तत्काल गोपनीय रखना विधि सम्मत है। वहीं दूसरी ओर चर्चा है कि इतनी मोटी रकम मनी एक्सचेंज ब्रोकर की हो सकती है। क्योंकि, मधवापुर बाजार में नेपाल से पहुंचने वाले सारे ग्राहक खरीददारी के दौरान वहां नेपाली करेंसी का ही भुगतान किया करते हैं। इस व्यवस्था के कारण भारतीय बाजार में नेपाली करेंसी की अधिकता हो जाती है। इसलिए ब्रोकर भारतीय व्यापारियों को नेपाली करेंसी के बदले कमीशन लेकर भारतीय रुपये दे कर अपनी गाढ़ी कमाई करते हैं। इसलिए ब्रोकरों की यह मोटी रकम होने की संभावना जतायी जा रही है। मनी एक्सचेंज काउंटर नहीं होने से बढ़ा नोटों का अवैध कारोबार सीमा पर मनी एक्सचेंज का सरकारी काउंटर नहीं होने से नोटों का अवैध कारोबार दिन प्रति दिन मधवापुर में बढ़ रहा है। भारतीय बाजार में नेपाली करेंसी की बढ़ोत्तरी होने पर ब्रोकरों का धंधा जहां रोज फल फूल रहा है। वहीं रोजाना लाखों रुपये सरकारी राजस्व का नुकसान भी हो रहा है। इस संबंध में पूछे जाने पर मधवापुर चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष चेतन कुमार रश्मि ने बताया कि वे सरकारी स्तर से मनी एक्सचेंज काउंटर की व्यवस्था करवाने के लिए मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री को पत्र लिख चुके हैं। लेकिन, लंबे समय से की जा रही उनकी मांग पूरी नहीं की गयी।