भारत-नेपाल सीमा पर स्थित नेपाल के इनरवा रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था का शुक्रवार को एसएसबी पटना फ्रंटियर के आईजी निशित कुमार उज्जवल ने गहन निरीक्षण किया। उनके साथ एसएसबी डीआईजी सरोज कुमार ठाकुर भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने स्टेशन परिसर में मौजूद कोकण रेलवे, इरकॉन, स्टेशन अधीक्षक, कस्टम, आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक की।
बैठक में सीमा पार आवागमन के बढ़ते दबाव और सुरक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए आईजी उज्जवल ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब यात्रियों को पहचान पत्र दिखाने के बाद ही टिकट जारी किया जाएगा, ताकि विदेशी नागरिकों व अवांछित तत्वों की पहचान सुनिश्चित की जा सके।
संयुक्त चेकिंग और समन्वय की रणनीति
आईजी ने स्पष्ट कहा कि एसएसबी, आरपीएफ, जीआरपी व कस्टम अधिकारियों के बीच समन्वय बनाकर संयुक्त रूप से नियमित चेकिंग की व्यवस्था की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि ट्रेन खुलने से पूर्व चेकिंग कर बोगियों के गेट बंद किए जाएं, और ये गेट नेपाल के इनरवा स्टेशन पहुंचने पर ही खोले जाएं, जिससे किसी भी अवांछित व्यक्ति की घुसपैठ पर रोक लगाई जा सके।
विदेशी नागरिकों पर पैनी नजर
उन्होंने संबंधित एजेंसियों से विदेशी नागरिकों, असामाजिक तत्वों और अवैध गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखने की अपील की। सिस्टर कंसर्न एजेंसियों को लगातार सतर्कता बरतने और सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए गए।
बैठक में कई अधिकारी रहे मौजूद
इस समन्वय बैठक में स्टेशन अधीक्षक श्रवण मीणा, कस्टम के उपाध्याय, आरपीएफ प्रभारी गोविंद सिंह, थानाध्यक्ष अमित कुमार, जीआरपी सब-इंस्पेक्टर, इरकॉन के अधिकारी, और कोकण रेलवे के डीजीएम राजेश हम्बल समेत एसएसबी के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
घटना स्थल का भी किया निरीक्षण
बैठक के उपरांत आईजी उज्जवल बासोपट्टी थाना अंतर्गत महिनाथपुर सिमराही बीओपी पहुँचे, जहां हाल ही में एसएसबी जवानों पर हुए हमले और पत्थरबाजी की घटना का उन्होंने स्थल निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया।