बासोपट्टी थाना क्षेत्र के महिनाथपुर स्थित भारत-नेपाल सीमा चेकपोस्ट के पास बुधवार को एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) जवानों पर भीड़ द्वारा किए गए हमले और पथराव के मामले में एसएसबी ने 58 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें 18 नामजद और 40 अज्ञात आरोपियों को शामिल किया गया है।
एसएसबी हेड कांस्टेबल सुधीर कुमार सिंह के आवेदन पर गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज की गई। नामजद आरोपियों में लाल मोहन पासवान, भरत पासवान, शत्रुघ्न पासवान, संजय पासवान, दिनेश पासवान, नीरज साह, शेखर साह, नकुल साह, सत्यनारायण पासवान, संजीव साह, सुरेन्द्र साह, शिव पूजन उर्फ प्रधान, पूरन साह, राजू पासवान, सुरेन्द्र राउत, उपेन्द्र पासवान (राशन डीलर), राकेश साह (दुहबी बाजार) और श्याम चौधरी (दुहबी बाजार) के नाम शामिल हैं।
भीड़ ने की फायरिंग, हथियार छीनने की कोशिश
एफआईआर के अनुसार, बुधवार सुबह 10 बजे एक व्यक्ति भरत पासवान नेपाल की ओर खाद से भरी बोरी लेकर जा रहा था। एसएसबी के आरक्षी राजू कुमार राम ने चेकिंग के लिए रोका तो वह भिड़ गया। इसके बाद लगभग 50-60 लोगों की उग्र भीड़ लाठी, डंडा और पत्थर लेकर इकट्ठा हो गई। इसका नेतृत्व लाल मोहन पासवान कर रहा था। हिंसक भीड़ ने न केवल जवानों पर पथराव किया बल्कि उन पर गोलीबारी भी की और एक जवान से हथियार छीनने की भी कोशिश की गई।
इस हमले में आरक्षी राजू कुमार राम गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनके सिर पर पत्थर लगने से खून बहने लगा। उन्हें भीड़ ने घेरकर लाठी और पत्थरों से बेरहमी से पीटा।
एसएसबी की जवाबी कार्रवाई में भरत पासवान घायल
घटना के दौरान आत्मरक्षा में एसएसबी जवानों ने हवाई फायरिंग की। इस दौरान भरत पासवान (32 वर्ष) गोली लगने से घायल हो गया, जिसका इलाज दरभंगा के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। वहीं, भरत पासवान ने भी दरभंगा के बेता थाना पुलिस को बयान दर्ज कराते हुए एसएसबी पर गोली मारने का आरोप लगाया है।
सरपंच पति गिरफ्तार, जेल भेजा गया
घटना में शामिल होने और भीड़ को उकसाने के आरोप में महिनाथपुर पंचायत की सरपंच खुशबू आनंद के पति राकेश साह को पुलिस ने बुधवार को हिरासत में लिया और गुरुवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। अपर थानाध्यक्ष गौरव कुमार ने पुष्टि की कि राकेश साह नामजद आरोपी हैं।
बॉर्डर पर अलर्ट, बाजार में सन्नाटा
घटना के बाद से महिनाथपुर चेक पोस्ट पर एसएसबी व पुलिस बल पूरी तरह अलर्ट है। जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है और बॉर्डर पार करने वालों के लिए सख्त पहचान जांच की जा रही है। नेपाली नागरिकों को केवल नागरिकता प्रमाण के आधार पर आने-जाने दिया जा रहा है।
वहीं, भय के माहौल में महिनाथपुर बाजार गुरुवार को भी पूरी तरह बंद रहा। दुकानदारों ने सुरक्षा कारणों से अपनी दुकानें नहीं खोलीं। व्यापारियों के अनुसार, दो दिनों में करीब दो करोड़ रुपये का व्यापार प्रभावित हुआ है। घटना के कारण नेपाल से आने-जाने वाले लोगों की संख्या में भी भारी गिरावट देखी गई है।